Tuesday, 7 November 2017

बॉलीवुड के बादशाह की कहानी । shahrukh khan biography in hindi


शाहरुख खान की जीवनी हिंदी में। shahrukh khan biography in hindi


शाहरुख खान ( किंग खान )























नाम-                 शाहरुख खान 
जन्म-                2 नवंबर 1965 
पेशा-                अभिनेता, निर्माता 
जन्म स्थान-        न्यू दिल्ली 
पिता का नाम-    मीर ताज मोहम्मद खान 
माता का नाम-    लतीफा फ़ातिमा




कौन है शाहरुख खान 



शाहरुख खान इन्हें कौन नहीं जानता यह बॉलीवुड के राजा के रूप में उन्हें उनके प्रशंसक मानते है अपनी अत्यधिक लोकप्रियता के कारण उन्हें अक्सर बॉलीवुड का राजा या किंग खान और रोमांस किंग के रूप में जाना जाता है 
                    बतौर इनकी रोमांटिक हीरो के रूप में तुलना की जाए तो इनकी बॉलीवुड के सभी हीरो से सर्वोच्च स्थान है

करोड़ों दिलों पर राज करने वाले किंग खान को रोमांस का किंग भी कहा जाता है जिसकी वजह से उनके प्रशंसकों की तादाद में ज्यादातर लड़कियां हैं शाहरुख खान ने 75 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया है वह दुनिया के सफल सितारों में से एक होने के लिए जाना जाता है आपको यह जानकर आचार्य होगा कि उन्हें 30 नामांकनों में से 14 फिल्मफेयर पुरस्कार जीते हैं वह और दिलीप कुमार ही ऐसे दो अभिनेता हैं जिन्होंने साथ फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार 8 बार जीता है


प्रारंभिक जीवन व परिवार 


किंग खान का जन्म 2 नवंबर 1965 को नई दिल्ली में हुआ था 
किंग खान का शुरुआती बचपन अपने नाना जी इश्तिहार अहमद के पास गुजरात था जो कि बेंगलुरु में चीफ इंजीनियर पद पर थे 
उसके बाद यह दिल्ली आ गए और गौतम बुद्ध नगर में रहने लगे जहां उन्होंने दिल्ली के सबसे मशहूर स्कूल सेंट कोलंबस स्कूल में प्रवेश लिया शाहरुख खान की रूचि पढ़ाई के अलावा स्पोर्ट्स में ज्यादा थी 
       उनका सबसे लोकप्रिय स्पोर्ट्स गेम हॉकी रहा फिर इसके बाद उन्होंने 1985 में दिल्ली के हंसराज डिग्री कॉलेज में प्रवेश लिया यहां पर इन्होंने अर्थशास्त्र विषय में स्नातक किया किंग खान इसी समय से अभिनय में ज्यादा रुचि रखने लगे इसलिए 
वह अपना ज्यादातर समय दिल्ली थियेटर एक्शन ग्रुप में बिताया करते थे इसके बाद वह दिल्ली के जामिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया यहां पर उन्होंने मास कम्युनिकेशन का कोर्स किया वह कहते हैं ना जब दिल में कुछ और हो तो कोई इंसान दूसरा काम नहीं कर सकता फिर क्या था इन्होंने कोर्स बीच में ही छोड़ कर यह फिल्मी कैरियर में चले गए 

किंग खान के जीवन में सबसे मुश्किल वक्त जब था जब इनके ऊपर से इनके माता पिता का साया चला गया जी हां इनके पिता की कैंसर की वजह से सन 1981 में मृत्यु हो गई और 1991 में इनकी माता का भी निधन हो गया इससे इनकी बहन शहनाज जिन्हें प्यार से लालारुख बुलाते थे वह बहुत टूट गई और उन्हें अपने माता पिता के निधन का गहरा सदमा लगा 
किंग खान के माता-पिता पठान मूल के थे तथा उनके पिता का नाम मोहम्मद खान था जो कि एक स्वतंत्रता सेनानी थे और उनकी माता नाम  फातिमा था  किंग खान के पिता ताज मोहम्मद खान हिंदुस्तान के विभाजन से पहले पेशावर से दिल्ली आए थे तथा उनकी मां रावलपिंडी से आई थी खान के परिवार में उनकी एक बहन है  और उनकी पत्नी गौरी खान है तथा इनके तीन बच्चे है सबसे बड़े पुत्र है जिनका नाम आर्यन खान है उनसे छोटी एक बेटी है जिनका नाम सुहाना खान है और सबसे छोटे अब्राहम खान है   


कैरियर

अगर इनके फिल्मी करियर की बात की जाए तो उन्होंने अपना पहला किरदार दूरदर्शन धारावाहिक फौजी मैं किया था जिसको कर्नल कपूर ने बनाया था जहां यह अभिमन्यु नामक कमांडो का किरदार निभा रहे थे 

फिर इसके बाद इनका एक और धारावाहिक नाटक आया सर्कस जिसमें उन्होंने सर्कस मैं काम करने वाले का अदभुत रोल निभाया था 
         जिससे उन्हें पहचान मिली तब तक सभी लोग जान  चुके थे कि इस लड़के में कुछ तो बात है 
अपने माता पिता की मृत्यु के पश्चात किंग खान  नई दिल्ली से मुंबई आ गए 
उसके बाद इन्होंने हेमा मालिनी की फिल्म दिल आशना है मैं कार्य किया यह एक रोमांटिक फिल्म थी इसके बाद एक के बाद एक रोमांटिक फिल्में जैसे कि दीवाना राजू बन गया जेंटलमैन में अभिनय किया फिल्म दीवाना लिये फिल्म फेयर की तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रथम अभिनय का अवार्ड मिला इसके बाद उनकी  बॉलीवुड में रोमांटिक किंग  के नाम की शुरुआत हुई इसके बाद,  
   किंग खान नेगेटिव रोल भी किए जैसे कि डर बाजीगर इन फिल्मों ने भी यह साबित किया कि वह एक अच्छे अभिनेता हैं जो कि हर किरदार को बखूबी निभा सकते हैं इसके बाद शाहरुख खान ने बॉलीवुड में अपना एक अच्छा मुकाम हासिल किया 
इनके कैरियर की सबसे महत्वपूर्ण फिल्म आदित्य चोपड़ा के निर्देशन में बनी दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे यह फिल्म एक ऐतिहासिक फिल्म है जिसे आज तक ही कोई भूला होगा
 इस मूवी में इन्होने मुख्य भूमिका निभाई यह फिल्म बॉलीवुड के इतिहास की सबसे सफल और बड़ी फिल्मों में से एक मानी जाती है आपको जानकर हैरानी  होगी कि मुंबई के कुछ सिनेमाघरों में लगातार 12 सालों से यही एक फिल्म चल रही है और उन्हें इस फिल्म के लिए फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी हासिल हुआ  
अगर आज की बात की बात करे तो वह आज हर भारतीय के दिल में बस्ते है उनकी कुछ फिल्मो  चक दे। इंडिया , स्वदेश ,ये वो फिल्मे है जिससे किंग खान का देश प्रेम झलकता है उन्होंने भारतीय सिनेमा  अपना महतवपूर्ण योगदान दिया है।  



किंग खान को निम्नलिखित फिल्मों में सफल किरदार निभाने के लिए उन्हें अवार्ड से सम्मानित किया गया है 


1998       फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार            दिल तो पागल है  
1996       फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार            Dilwale Dulhania Le Jayenge 
1999       फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार            कुछ कुछ होता है  
2003       फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार            देवदास 
2005       फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार            स्वदेश 
2007       फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार            चक दे इंडिया 
2011       फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार            माय नेम इज खान

2 comments:

Trending